फसलों के लिए रामबाण है फिटकरी, कीटों और दीमक से करती है फसल का बचाव जाने केसे >

अब तक हमने और आप ने फिटकरी का इस्तेमाल केवल पानी साफ करने के लिया किया होगा, लेकिन क्या आप जानते है यह फसलों के लिए भी रामबाण इलाज के रुप में इस्तेमाल कि जा सकती है। 

जी हां, फिटकरी के फसलों में इस्तेमाल करने के भी कई फायदे है।  फिटकरी कई तरह के पौधों और फसलों के लिए काफी मददगार होती है. 

वहीं फिटकरी को फसलों का रामबाण माना जाता है. इसमें पोटेशियम सल्फेट और एल्युमिनियम सल्फेट का मिश्रण होता है.  

वहीं फिटकिरी में पाई जाने वाली खटास पौधों में सिट्रिक एसिड की कमी को पूरा करके फसल को स्वस्थ रखने में मदद करती है. 

इसे अंग्रेजी में एलम कहा जाता है. दरअसल किसान इसका इस्तेमाल फसल उत्पादन में सुधार पाने के लिए भी कर सकते है.  

आइए जानते हैं कैसे कर सकते हैं फसलों में फिटकरी का उपयोग. पौधों को अक्सर फंगस और बैक्टीरिया जैसे भयानक रोगों से काफी नुकसान होता है. इनके संक्रमण से पौधों को बचाने के लिए फिटकरी बहुत मददगार होती है. 

फिटकरी को पानी में घोलकर प्रयोग करने से इसमें मौजूद एंटीसेप्टिक गुण फंगस और बैक्टीरिया के प्रभाव को कम करता है और पौधों को सुरक्षित रखता है.  

पेड़-पौधों के लिए फिटकरी एक कीटनाशक है. किसी पेड़ या पौधे में चींटी या कीड़े लग रहे हैं तो आपको केवल एक काम करना है, फिटकरी को या तो गमले के नीचे रख दें, या फिर गमले की मिट्टी में मिक्‍स कर दें. 

आप फिटकरी के पानी का भी इस्‍तेमाल कर सकती है.' इसके अलावा फिटकरी मिट्टी की शक्ति को बढ़ाती है. 

पोटेशियम सल्फेट मुख्य रूप से पौधों के लिए महत्वपूर्ण खनिज होता है, जो उन्हें निरोगी और स्वस्थ बनाये रखता है. 

फिटकरी को पौधों के लिए खाद के रूप में उपयोग करने से पौधों को पोटेशियम, और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्व प्रदान किए जाते हैं, जिससे वे हरे भरे दिखाई देते हैं.  

फिटकरी का उपयोग जल स्तर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है.

इसका इस्तेमाल पौधों में खाद का काम करता है.

फिटकरी फसलों में लगे कीटों को मारने का काम भी करती है

यह खेत के मिट्टी की ph मान को बरकरार रखने में मददगार होती है.

यह मिट्टी में लगने वाली दीमक और कीट को मारती है.  

फिटकरी के उपयोग से फसल उत्पादन में बढ़ोतरी होती है. 

इसके लिए आपको फिटकरी को बारीक़ पीसकर इसे खेत में अंतिम जुताई के समय मिट्टी में मिलाएं या पानी में इसका घोल तैयार करके सिंचाई में बूंद-बूंद करके डालना चाहिए. 

ऐसा करने से पौधों में पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है. इससे पौधे मजबूत और हरे भरे होते हैं. वहीं फसल की उत्पादकता में भी बढ़ोतरी होती है.  

धान की फसल में फिटकरी का इस्तेमाल करने से बहुत सारे फायदे होते हैं. 

धान की रोपाई करने से पहले खेत में फिटकरी का उपयोग करने से मिट्टी का पीएच मान बढ़ जाता है. 

साथ ही धान की फसल की अच्छी ग्रोथ होती है और फसलों में लगने वाले कीड़े-मकोड़े, कीट, दीमक से छुटकारा मिलता है. 

इसके अलावा धान की फसल में कल्ले अधिक निकलते हैं और इससे फसल की अच्छी पैदावार होती है.   

1. फूलों वाले पौधे: फिटकरी को फूलों वाले पौधों के लिए खाद के रूप में उपयोग किया जाता है. इससे पौधे मजबूत और स्वस्थ बनते हैं और उनमें फूलों की संख्या और उत्पादन बढ़ता है. 

2. फलदार पौधे: फिटकरी का उपयोग फलदार पौधों के लिए भी उपयोगी होता है। इससे पौधों में वृद्धि होती है और फलों की गुणवत्ता बढ़ती है. 

3. सब्जियां: फिटकरी को सब्जियों के उत्पादन को बढ़ाने और उन्हें स्वस्थ रखने के लिए उपयोग किया जा सकता है. इससे सब्जियों में विटामिन और मिनरल्स की मात्रा बढ़ती है. 

4. बोनसाई पौधे: फिटकरी को बोनसाई पौधों के लिए भी उपयोगी माना जाता है. इससे पौधों में सजीवता बनी रहती है, और उनमें पोषण और उष्मा संतुलन बना रहता है। 

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