ठंड के मौसम में पाला पड़ने से फसलों को काफी नुकसान हो सकता है। पाला पड़ने से फसलों की कोशिकाओं में उपस्थित पानी जम जाता है, जिससे पौधों को भारी नुकसान पहुंचता है। पाले से बचाव के लिए किसान कई तरह के उपाय कर सकते हैं।
फसलों को पाले से बचाने के लिए कुछ सरल उपाय इस प्रकार हैं:
– खेत के आसपास आग जलाएं: खेत के आसपास आग जलाने से खेत का तापमान बढ़ जाता है और पाला पड़ने की संभावना कम हो जाती है। – फसलों में सिंचाई करें: पाला पड़ने से पहले फसलों में सिंचाई करने से पौधों में नमी बनी रहती है और पाले का असर कम होता है।
– फसलों को ढक दें: खेत में लगे पौधों को प्लास्टिक की चादर, ओट, या अन्य किसी सामग्री से ढक देकर पाले से बचाया जा सकता है। – फसलों को समय पर बोएं: पाला पड़ने की संभावना कम करने के लिए फसलों को समय पर बोना चाहिए।
फसलों को पाले से बचाने के लिए कुछ रासायनिक उपाय इस प्रकार हैं: – थायोयूरिया का छिड़काव: थायोयूरिया का छिड़काव करके भी फसलों को पाले से बचाया जा सकता है। थायोयूरिया का छिड़काव करने से पौधों में नमी बनी रहती है और पाले का असर कम होता है।
गंधक का छिड़काव: गंधक का छिड़काव करके भी फसलों को पाले से बचाया जा सकता है। गंधक का छिड़काव करने से फसलों में तापमान बढ़ जाता है और पाले का असर कम होता है।
फसलों को पाले से बचाने के लिए कुछ अन्य उपाय इस प्रकार हैं: – फसलों को पाले से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए किसान बीमा भी करा सकते हैं। – फसलों को पाले से बचाने के लिए सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं भी चलाई जा रही हैं।
किसानों को चाहिए कि वे अपने क्षेत्र में पाले की संभावना को देखते हुए फसलों को बचाने के लिए उचित उपाय करें।